DeshBhakti Geet हिन्दुस्तान धड़कता है Hum Sabke Sine Mein Hindustan Dhadakta Hai Lyrics in Hindi. Sung by Perena panchariya. Mahesh Vyas composed the music.
Song Title: हम सबके सीने में, हिन्दुस्तान धड़कता है hum sabke sine mein hindustan dhadakta hai
Singer: Perena panchariya
Music Director: Mahesh vyas (M V MUSICAL STUDIO)
Lyricist: Prabudha Saurabh
Hindustan Dhadakta Hai Lyrics in Hindi
(हम हिम्मत हैं, हम ताकत हैं, हम हैं साहस का बल
हम बिज्ञान हैं, ज्ञान हमहीं हैं, हमही आज और कल)-2
विश्वगुरु कहलाने का, अभिमान धड़कता है
विश्वगुरु कहलाने का, अभिमान धड़कता है
हम सबके सीने में, हिन्दुस्तान धड़कता है
हम सबके सीने में, हिन्दुस्तान धड़कता है
(हिन्दू-मुश्लिम पूरब-पश्चिम
सब रहते हैं मिलकर
अलग अलग सब रूप रंग हैं
इन्द्रधनुष से बेहतर)-2
जनम धरम सब भूल कर बस
इंसान धड़कता है..
जनम धरम सब भूल कर बस
इंसान धड़कता है..
हम सबके सीने में, हिन्दुस्तान धड़कता है
हम सबके सीने में, हिन्दुस्तान धड़कता है
(लक्ष्मी बायी, गाँधी पुरस
भगत सिंह की हिम्मत
अशफाकउल्लाह बिस्मिल राणा
दस गुरुओं की ताकत)-2
मोती राम उधम सिंह का बलिदान धड़कता है
मोती राम उधम सिंह का बलिदान धड़कता है
हम सबके सीने में, हिन्दुस्तान धड़कता है
हम सबके सीने में, हिन्दुस्तान धड़कता है
(कई तरह के, हमले झेले
क्या उचा, क्या छोटा
जो भी हमसे टकराया है हार के वापस लौटा)-2
सदा विजेता रहने का सम्मान धड़कता है
सदा विजेता रहने का सम्मान धड़कता है
हम सबके सीने में, हिन्दुस्तान धड़कता है
हम सबके सीने में, हिन्दुस्तान धड़कता है
(कोशिस जितनी बार भी की है
खुदही मुकी खायी
क्या औकात पडोसी दुश्मन, हमको आंख दिखाए)-2
हर जन-जन में जन गन मण का गान धड़कता है
हर जन-जन में जन गन मण का गान धड़कता है
हम सबके सीने में, हिन्दुस्तान धड़कता है
हम सबके सीने में, हिन्दुस्तान धड़कता है
हम ही गंगा, हमही यमुना, हम कावेरी का जल
हम हिम्मालय, हमही निलगिरी, हमही है विंध्याचल
एक ही दिल में, पानी और चट्टान धड़कता है
एक ही दिल में, पानी और चट्टान धड़कता है
हम सबके सीने में, हिन्दुस्तान धड़कता है
हम सबके सीने में, हिन्दुस्तान धड़कता है
शास्त्र लियें हैं, एक हाथ में, जिससे ज्ञान की महिमा
दूजे हाथ में सस्त्र लिए हैं, रहती देश की गरिमा
मन में मर्यादा का, बल का, मान धड़कता है
मन में मर्यादा का, बल का, मान धड़कता है
हम सबके सीने में, हिन्दुस्तान धड़कता है
हम सबके सीने में, हिन्दुस्तान धड़कता है
(हम हिम्मत हैं, हम ताकत हैं, हम हैं साहस का बल
हम बिज्ञान हैं, ज्ञान हमहीं हैं, हमही आज और कल)-2
विश्वगुरु कहलाने का, अभिमान धड़कता है
विश्वगुरु कहलाने का, अभिमान धड़कता है
हम सबके सीने में, हिन्दुस्तान धड़कता है
हम सबके सीने में, हिन्दुस्तान धड़कता है